शब्द का अर्थ
|
प्रमाथी (थिन्) :
|
वि० [सं० प्र√मथ्+णिनि] [स्त्री० प्रमाथिनी] १. प्रमथन करने या मथनेवाला। २. कष्ट देने या पी़ड़ित करनेवाला। ३. नष्ट करनेवाला। नाशक। ४. मार डालनेवाला। ५. घातक। ६. काटनेवाला। पुं० १. बृहत्संहिता के अनुसार बृहस्पति के ऐंद्र नामक तीसरे युग का दूसरा संवत्सर जो निकृष्ण माना गया है। २. वह ओषध जो मुँह, आँख, कान आदि में जमा हुआ कफ बाहर निकाल दे। ३. धृतराष्ट्र का एक पुत्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|